रामदास अठावले ने कलर्स चैनल को धमकी दी थी कि अगर 28 अक्टूबर तक असीम को बाहर न निकाला गया तो 29 अक्टूबर को वे बिग बास के घर पर हमला बोल कर असीम को शो से बाहर निकाल देंगे.
रियलिटी शो बिग-बास में कंटेस्टेंट असीम त्रिवेदी को बाहर किये जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे रामदास अठावले के आगे कलर्स चैनल का मैनेजमेंट झुकता नजर आ रहा है. रामदास अठावले के मुताबिक चैनल ने असीम त्रिवेदी को बिग-बास हाउस से बाहर किये जाने की उनकी मांग मान ली है. कलर्स के अधिकारियों ने भी अठावले और उनके बीच बातचीत होने की पुष्टि की है. मालूम हो कि रामदास अठावले ने कलर्स चैनल को धमकी दी थी कि अगर 28 अक्टूबर तक असीम को बाहर न निकाला गया तो 29 अक्टूबर को वे बिग बास के घर पर हमला बोल कर असीम को शो से बाहर निकाल देंगे.
रामदास अठावले रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के प्रेसीडेंट हैं और कांग्रेस व एनसीपी से उनकी काफी करीबियां हैं. असीम को भ्रष्टाचार विरोधी कार्टून बनाने के लिये पहले भी परेशान किया जा चुका है. कांग्रेस के पदाधिकारी राजेन्द्र प्रताप पांडेय की शिकायत पर असीम की वेबसाइट www.cartoonsagainstcorruption.com को पिछले साल दिसम्बर में बैन कर दिया गया था. बाद में उन्हे गैरकानूनी तरीके से महाराष्ट्र सरकार ने देश-द्रोह का आरोप लगा कर जेल भेज दिया. महाराष्ट्र हाईकोर्ट ने पुलिस द्वारा असीम पर देश-द्रोह का मुकदमा लगाए जाने और उन्हे गिरफ्तार करने के लिये सरकार को लताड़ लगाई. इस बीच कुछ आपराधिक तत्वों द्वारा असीम को धमकी भरे फोन भी किये गये थे और कहा गया था कि असीम को महाराष्ट्र आने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
असीम को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ी जा रही उनकी लड़ाई के लिये लगातार परेशान किया जा रहा है जबकि उनका व्यवहार बिग-बास के घर में भी बेहद सराहनीय रहा है और वहां रह रहे सभी कंटेस्टेंट असीम का सम्मान करते हैं. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नवजोत सिंह सिद्धू ने तो असीम को 24 कैरेट खरा सोना तक कह दिया. पिछले 18 दिनों में असीम ने रियलिटी शो में कोई ऐसा कार्य नहीं किया है जिससे राष्ट्र या किसी विशेष बिरादरी का अपमान होता हो. असीम ने बिग-बास के मंच को अपने आन्दोलन को जनता तक पहुचाने के लिये ही इस्तेमाल किया है. बिग-बास के घर में जाने से पहले ही असीम ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वे मनोरंजन करने के इरादे से नहीं बल्कि लोगों के बीच भष्टाचार के खिलाफ एक अलख जगाने के लिये बिग-बास हाउस जा रहे हैं.
इसके उलट रामदास अठावले न सिर्फ सार्वजनिक तौर पर असीम को धमकी दे चुके हैं बल्कि खुद बाबा-साहब अंबेडकर के बनाए संविधान का अपमान भी कर चुके हैं. अठावले ने गैर कानूनी तरीके से और कागजों में हेरा फेरी कर मुंबई में करोड़ों की कीमत की जमीन हथिया ली थी. 2009 में एक और मामले में प्रशासन को कई नोटिसों के बाद भी अपना सरकारी बंगला खाली न कर रहे अठावले पर कार्यवाही करनी पड़ी थी. ऐसे में खुद संविधान की धज्जियां उड़ा चुके अठावले द्वारा असीम पर संविधान के अपमान का आरोप लगाना पूरी तरह बेबुनियाद और हास्यास्पद है.
सेव योर वॉयस इसे सरकार और सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की असीम त्रिवेदी और उनके द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई के खिलाफ एक साजिश मानता है. हम महाराष्ट्र के राजनैतिक दल द्वारा कार्टूनिस्ट की अभिव्यक्ति पर किये गए इस हमले की भरषक निन्दा करते है. हम गृह मंत्रालय से इस दल के खिलाफ कार्यवाही करने की भी अपील करते हैं.
रामदास अठावले के जमीन घोटाले पर NDTV की रिपोर्ट
http://khabar.ndtv.com/video/show/news/232720
Has the Color management bowed down to the pressure of political party demanding the Eviction of Aseem Trivedi?
Demanding the eviction of one of its inmates, cartoonist Aseem Trivedi, and the Republican Party of India (RPI) leader has managed to bow down the Colors management in front of him by threatening the shutdown of Channel’s broadcasting from Lonavala in Maharashtra. It seems that channel has agreed to expel Aseem Trivedi as its officials assured RPI president Athavale the expansion of Trivedi from Big Boss house. According to media reports, about 5,000 marchers, led by RPI chief Ramdas Athavale, were gathered outside the Big Boss house when Athvale threatened TV channel to evict Aseem till Oct 28 or face action on 29.
Ramdas Athwale shares good relations with NCP and Congress president Sonia Gandhi (what he mentions in a video interview) and his protest against Trivedi seems a quid pro quo between him and congress led state government. Aseem is regularly facing trouble for his anticorruption cartoons campaign which he started in September last year. He was sent to jail by filing false charges against him for which Hight Court of Maharashtra condemned the state government and charges were withdrawn after the strong campaign led by free speech supporters. Aseem has also got many threat calls by the extremists which again was an condemnable step to suppress his voice by few antisocial groups.
Aseem is facing all this because he has raised his voice against corrupt system and was considered antigovernment by the ruling parties. Aseem’s behavior in Big Boss house is appreciable and every member of the house loves and respects Aseem for his lifestyle. Aseem’s co-contestant and renowned ex cricketer Navjot Singh Siddhu compared him with the pure 24 carat gold when asked by the Big-Boss. Aseem has not done anything anti-national or anti-social for which his expansion can be assumed. He is rather using Big Boss’s show as a platform where he can spread his message to the citizens of India. Before joining Big Boss he clearly said he will not do entertainment inside the Big Boss house. "I believe viewers want to watch things other than entertainment on TV. Aamir Khan's show 'Satyamev Jayate' was a serious show, it wasn't to entertain. But people watched it. A huge chunk of people want to watch serious issues too," Trivedi told reporters before joining the Big Boss team.
At th other hand, the house owned by Athavale is built on the land which was obtained by his father-in-law Yadavrao Wadkar in 1993 for being homeless and claiming freedom fighter turned out to be retired deputy commissioner of Central Excise. When land was allotted Mr Athawale was social welfare minister in the then Maharashtra Government. In another case in 2009, authorities had to take strong actions against Athavale for not evacuating his government bungalow after repeated notices by the authorities.
Save Your Voice condemns this illegal threatening by the corrupt RPI leader in a democratic country like India and demands a strong action by the Maharashtra Government.